• Chikungunya Ka Ilaj

    https://www.nivabupa.com/disease-articles/chikungunya-symptoms-treatment-and-what-to-eat-in-hindi.html


    चिकनगुनिया के इलाज(Chikungunya Ka Ilaj) में सही आहार का महत्व जानें। इस लेख में हम चर्चा करेंगे कि किस प्रकार नारियल पानी, हरी सब्जियां और अन्य पोषक तत्व चिकनगुनिया के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। इन उपायों के साथ, उचित आराम और हाइड्रेशन भी जरूरी हैं। यदि लक्षण गंभीर हों, तो चिकित्सकीय सलाह अवश्य लें।
    Chikungunya Ka Ilaj https://www.nivabupa.com/disease-articles/chikungunya-symptoms-treatment-and-what-to-eat-in-hindi.html चिकनगुनिया के इलाज(Chikungunya Ka Ilaj) में सही आहार का महत्व जानें। इस लेख में हम चर्चा करेंगे कि किस प्रकार नारियल पानी, हरी सब्जियां और अन्य पोषक तत्व चिकनगुनिया के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। इन उपायों के साथ, उचित आराम और हाइड्रेशन भी जरूरी हैं। यदि लक्षण गंभीर हों, तो चिकित्सकीय सलाह अवश्य लें।
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    चिकनगुनिया कैसे ठीक होता है?
    चिकनगुनिया एक वायरल बुखार है जो मच्छरों के काटने से फैलता है। इसके लक्षणों, बचाव उपायों, खानपान और इलाज के तरीकों के बारे में जानें।
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  • Cervical Kya Hota Hai

    https://www.nivabupa.com/disease-articles/cervical-pain-symptoms-and-treatment-with-yoga-in-hindi.html


    सर्वाइकल दर्द, गर्दन के ऊपरी हिस्से में होने वाला दर्द है जो कंधों और हाथों तक फैल सकता है। जानें सर्वाइकल क्या होता है(Cervical Kya Hota Hai)? इसके लक्षण, कारण और प्रभावी योगासन जो इस दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। सही जीवनशैली अपनाकर और तनाव कम करके सर्वाइकल दर्द से बचा जा सकता है। यदि लक्षण गंभीर हों, तो चिकित्सक से परामर्श लेना आवश्यक है।
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    सर्वाइकल दर्द क्या है? जानें लक्षण, योगा और उपचार
    सर्वाइकल दर्द एक आम समस्या है जो गर्दन, कंधों और सिरदर्द का कारण बन सकती है। इसके लक्षण, कारण और उपचार के साथ जानें मददगार योगासन।
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  • https://ffkolkata.net/,

    Kolkata Fatafat (Kolkata Fatafat) एक लोकप्रिय सट्टा खेल है, जिसे पश्चिम बंगाल में हजारों लोग रोज़ाना खेलते हैं। यह खेल न केवल मनोरंजन प्रदान करता है, बल्कि इसे जीतकर आर्थिक लाभ भी कमाया जा सकता है। हालांकि, यह पूरी तरह से किस्मत और अनुमान पर आधारित है, लेकिन कुछ विशेष रणनीतियां और टिप्स अपनाकर आप अपने जीतने के मौके बढ़ा सकते हैं।
    कोलकाता फटाफट क्या है?

    कोलकाता फटाफट एक नंबर गेसिंग गेम है, जिसमें प्रतिभागी एक विशेष समय सीमा के अंदर सही संख्या का अनुमान लगाते हैं। इस खेल में दिनभर कई राउंड होते हैं, जिनमें प्रतिभागी अपने चुने गए नंबरों पर दांव लगाते हैं।
    खेलने से पहले इन बातों का ध्यान रखें

    पूरी जानकारी प्राप्त करें:
    कोलकाता फटाफट खेलने से पहले इसके नियम और प्रक्रिया को समझना बहुत ज़रूरी है। एजेंसी के माध्यम से सही जानकारी लें और यह सुनिश्चित करें कि आप नियमों का पालन कर रहे हैं।

    सीमित धनराशि का उपयोग करें:
    खेलते समय केवल उतनी ही धनराशि का उपयोग करें, जिसे आप खोने का जोखिम उठा सकते हैं। यह खेल किस्मत पर निर्भर करता है, इसलिए सोच-समझकर निवेश करें।
    https://ffkolkata.net/, Kolkata Fatafat (Kolkata Fatafat) एक लोकप्रिय सट्टा खेल है, जिसे पश्चिम बंगाल में हजारों लोग रोज़ाना खेलते हैं। यह खेल न केवल मनोरंजन प्रदान करता है, बल्कि इसे जीतकर आर्थिक लाभ भी कमाया जा सकता है। हालांकि, यह पूरी तरह से किस्मत और अनुमान पर आधारित है, लेकिन कुछ विशेष रणनीतियां और टिप्स अपनाकर आप अपने जीतने के मौके बढ़ा सकते हैं। कोलकाता फटाफट क्या है? कोलकाता फटाफट एक नंबर गेसिंग गेम है, जिसमें प्रतिभागी एक विशेष समय सीमा के अंदर सही संख्या का अनुमान लगाते हैं। इस खेल में दिनभर कई राउंड होते हैं, जिनमें प्रतिभागी अपने चुने गए नंबरों पर दांव लगाते हैं। खेलने से पहले इन बातों का ध्यान रखें पूरी जानकारी प्राप्त करें: कोलकाता फटाफट खेलने से पहले इसके नियम और प्रक्रिया को समझना बहुत ज़रूरी है। एजेंसी के माध्यम से सही जानकारी लें और यह सुनिश्चित करें कि आप नियमों का पालन कर रहे हैं। सीमित धनराशि का उपयोग करें: खेलते समय केवल उतनी ही धनराशि का उपयोग करें, जिसे आप खोने का जोखिम उठा सकते हैं। यह खेल किस्मत पर निर्भर करता है, इसलिए सोच-समझकर निवेश करें।
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  • क्या सफेद दाग जड़ से खत्म हो सकता है? यह सवाल उन लोगों के मन में अक्सर आता है जो इस समस्या से जूझ रहे हैं। सफेद दाग, जिसे विटिलिगो भी कहा जाता है, एक त्वचा विकार है जिसमें त्वचा के कुछ हिस्से पर रंगद्रव्य (पिगमेंट) की कमी हो जाती है। यह समस्या आनुवंशिक कारणों, ऑटोइम्यून विकारों या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण हो सकती है। हालांकि सफेद दाग का स्थायी इलाज चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन कुछ आधुनिक चिकित्सा विधियां और घरेलू उपाय इस समस्या को नियंत्रित करने में मददगार साबित हो सकते हैं। लेजर थेरेपी, माइक्रोपिगमेंटेशन, और PUVA थेरेपी जैसी उन्नत चिकित्सा तकनीकों के जरिए सफेद दाग को कम किया जा सकता है। इसके साथ ही, आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपचार, जैसे हल्दी और सरसों के तेल का उपयोग, भी लाभकारी हो सकता है। सही डाइट और जीवनशैली अपनाकर इस समस्या के प्रभाव को कम किया जा सकता है। त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श लेना बेहद जरूरी है, क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति की समस्या और त्वचा की स्थिति अलग होती है। क्या सफेद दाग जड़ से खत्म हो सकता है, इसका जवाब काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि समस्या कितनी गंभीर है और इलाज कितनी जल्दी शुरू किया जाता है। समय पर निदान और सही उपचार से इस समस्या के असर को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। नियमित देखभाल और सकारात्मक दृष्टिकोण इस समस्या से निपटने में सहायक होते हैं। सफेद दाग के प्रति जागरूकता और सही जानकारी ही इसका समाधान पाने का पहला कदम है।
    https://www.kayakalpglobal.com/health/kya-saphed-daag-jad-se-khatm-ho-sakta-hai/
    क्या सफेद दाग जड़ से खत्म हो सकता है? यह सवाल उन लोगों के मन में अक्सर आता है जो इस समस्या से जूझ रहे हैं। सफेद दाग, जिसे विटिलिगो भी कहा जाता है, एक त्वचा विकार है जिसमें त्वचा के कुछ हिस्से पर रंगद्रव्य (पिगमेंट) की कमी हो जाती है। यह समस्या आनुवंशिक कारणों, ऑटोइम्यून विकारों या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण हो सकती है। हालांकि सफेद दाग का स्थायी इलाज चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन कुछ आधुनिक चिकित्सा विधियां और घरेलू उपाय इस समस्या को नियंत्रित करने में मददगार साबित हो सकते हैं। लेजर थेरेपी, माइक्रोपिगमेंटेशन, और PUVA थेरेपी जैसी उन्नत चिकित्सा तकनीकों के जरिए सफेद दाग को कम किया जा सकता है। इसके साथ ही, आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपचार, जैसे हल्दी और सरसों के तेल का उपयोग, भी लाभकारी हो सकता है। सही डाइट और जीवनशैली अपनाकर इस समस्या के प्रभाव को कम किया जा सकता है। त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श लेना बेहद जरूरी है, क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति की समस्या और त्वचा की स्थिति अलग होती है। क्या सफेद दाग जड़ से खत्म हो सकता है, इसका जवाब काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि समस्या कितनी गंभीर है और इलाज कितनी जल्दी शुरू किया जाता है। समय पर निदान और सही उपचार से इस समस्या के असर को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। नियमित देखभाल और सकारात्मक दृष्टिकोण इस समस्या से निपटने में सहायक होते हैं। सफेद दाग के प्रति जागरूकता और सही जानकारी ही इसका समाधान पाने का पहला कदम है। https://www.kayakalpglobal.com/health/kya-saphed-daag-jad-se-khatm-ho-sakta-hai/
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  • How to Reduce Melanin in Skin Naturally in Hindi को लेकर आजकल कई लोग प्राकृतिक उपायों की तलाश में रहते हैं ताकि उनकी त्वचा को अधिक निखार मिल सके। मेलेनिन त्वचा के रंग को निर्धारित करने में प्रमुख भूमिका निभाता है, और इसके अत्यधिक स्तर से त्वचा में डार्क स्पॉट्स या हाइपरपिगमेंटेशन हो सकता है। इसे कम करने के लिए घरेलू उपाय सबसे सरल और सुरक्षित विकल्प होते हैं। नींबू का रस, जो विटामिन C से भरपूर होता है, मेलेनिन को प्राकृतिक रूप से कम करने में सहायक है। इसके अलावा, एलोवेरा जेल का नियमित उपयोग त्वचा को नमी देने के साथ मेलेनिन का स्तर संतुलित रखने में भी मदद करता है। हल्दी भी मेलेनिन कम करने का कारगर उपाय मानी जाती है, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सिडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसके अलावा, हरी पत्तेदार सब्जियां और फलों का सेवन बढ़ाने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं, जो त्वचा की सेहत को बेहतर बनाते हैं। नियमित रूप से सनस्क्रीन का उपयोग भी आवश्यक है, ताकि सूरज की हानिकारक किरणों से त्वचा सुरक्षित रहे। अगर आप *How to Reduce Melanin in Skin Naturally* के प्रभावी उपायों की तलाश में हैं, तो इन प्राकृतिक उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना फायदेमंद रहेगा।
    https://www.kayakalpglobal.com/health/how-to-reduce-melanin-in-skin-naturally-in-hindi/
    How to Reduce Melanin in Skin Naturally in Hindi को लेकर आजकल कई लोग प्राकृतिक उपायों की तलाश में रहते हैं ताकि उनकी त्वचा को अधिक निखार मिल सके। मेलेनिन त्वचा के रंग को निर्धारित करने में प्रमुख भूमिका निभाता है, और इसके अत्यधिक स्तर से त्वचा में डार्क स्पॉट्स या हाइपरपिगमेंटेशन हो सकता है। इसे कम करने के लिए घरेलू उपाय सबसे सरल और सुरक्षित विकल्प होते हैं। नींबू का रस, जो विटामिन C से भरपूर होता है, मेलेनिन को प्राकृतिक रूप से कम करने में सहायक है। इसके अलावा, एलोवेरा जेल का नियमित उपयोग त्वचा को नमी देने के साथ मेलेनिन का स्तर संतुलित रखने में भी मदद करता है। हल्दी भी मेलेनिन कम करने का कारगर उपाय मानी जाती है, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सिडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसके अलावा, हरी पत्तेदार सब्जियां और फलों का सेवन बढ़ाने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं, जो त्वचा की सेहत को बेहतर बनाते हैं। नियमित रूप से सनस्क्रीन का उपयोग भी आवश्यक है, ताकि सूरज की हानिकारक किरणों से त्वचा सुरक्षित रहे। अगर आप *How to Reduce Melanin in Skin Naturally* के प्रभावी उपायों की तलाश में हैं, तो इन प्राकृतिक उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना फायदेमंद रहेगा। https://www.kayakalpglobal.com/health/how-to-reduce-melanin-in-skin-naturally-in-hindi/
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  • रामेश्वरम मंदिर यात्रा गाइड: रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग मंदिर
    रामेश्वरम, जिसे दक्षिण भारत का पवित्र स्थल माना जाता है, हिन्दू धर्म में अत्यधिक महत्व रखता है। यहां स्थित रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग मंदिर, भगवान शिव का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसकी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर भी बेहद समृद्ध है। इस लेख में, हम रामेश्वरम मंदिर की यात्रा की पूरी जानकारी प्रदान करेंगे ताकि आपकी यात्रा यादगार बन सके।

    रामेश्वरम का महत्व
    रामेश्वरम का नाम भगवान राम के नाम पर पड़ा है। हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान राम ने सीता को बचाने के लिए रावण से युद्ध करने से पहले यहां पूजा की थी। इस स्थान पर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक रामेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह स्थान विशेष आस्था का केन्द्र है।

    यात्रा की योजना
    सर्वश्रेष्ठ समय
    रामेश्वरम की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक होता है। इस दौरान मौसम सुहावना होता है, जिससे यात्रा करना आसान और सुखद होता है।

    कैसे पहुंचे
    रामेश्वरम विभिन्न प्रकार के परिवहन साधनों से जुड़ा हुआ है:

    वायु मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा मदुरै है, जो लगभग 150 किलोमीटर दूर है। वहां से टैक्सी या बस के माध्यम से रामेश्वरम पहुंचा जा सकता है।
    रेल मार्ग: रामेश्वरम का अपना रेलवे स्टेशन है, जो भारत के विभिन्न शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
    सड़क मार्ग: तमिलनाडु के अन्य शहरों से बस सेवाएं उपलब्ध हैं। आप निजी वाहन से भी यात्रा कर सकते हैं।
    रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग मंदिर
    मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही आपको एक अद्भुत शांति का अनुभव होगा। रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग मंदिर की वास्तुकला और इसकी भव्यता आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। यहां की मुख्य विशेषता है:

    Reads more : https://shivshankartirthyatra.com/ek-dham-rameshwaram-dham-yatra.php
    रामेश्वरम मंदिर यात्रा गाइड: रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग मंदिर रामेश्वरम, जिसे दक्षिण भारत का पवित्र स्थल माना जाता है, हिन्दू धर्म में अत्यधिक महत्व रखता है। यहां स्थित रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग मंदिर, भगवान शिव का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसकी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर भी बेहद समृद्ध है। इस लेख में, हम रामेश्वरम मंदिर की यात्रा की पूरी जानकारी प्रदान करेंगे ताकि आपकी यात्रा यादगार बन सके। रामेश्वरम का महत्व रामेश्वरम का नाम भगवान राम के नाम पर पड़ा है। हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान राम ने सीता को बचाने के लिए रावण से युद्ध करने से पहले यहां पूजा की थी। इस स्थान पर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक रामेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह स्थान विशेष आस्था का केन्द्र है। यात्रा की योजना सर्वश्रेष्ठ समय रामेश्वरम की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक होता है। इस दौरान मौसम सुहावना होता है, जिससे यात्रा करना आसान और सुखद होता है। कैसे पहुंचे रामेश्वरम विभिन्न प्रकार के परिवहन साधनों से जुड़ा हुआ है: वायु मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा मदुरै है, जो लगभग 150 किलोमीटर दूर है। वहां से टैक्सी या बस के माध्यम से रामेश्वरम पहुंचा जा सकता है। रेल मार्ग: रामेश्वरम का अपना रेलवे स्टेशन है, जो भारत के विभिन्न शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। सड़क मार्ग: तमिलनाडु के अन्य शहरों से बस सेवाएं उपलब्ध हैं। आप निजी वाहन से भी यात्रा कर सकते हैं। रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग मंदिर मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही आपको एक अद्भुत शांति का अनुभव होगा। रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग मंदिर की वास्तुकला और इसकी भव्यता आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। यहां की मुख्य विशेषता है: Reads more : https://shivshankartirthyatra.com/ek-dham-rameshwaram-dham-yatra.php
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    एक धाम रामेश्वरम धाम यात्रा | शिव शंकर तीर्थ यात्रा के साथ!
    एक धाम रामेश्वरम यात्रा, शिव शंकर तीर्थ यात्रा के साथ रेलगाड़ी से जगन्नाथपुरी, मल्लिकार्जुन, त्रिवेन्द्रम और तिरुपति के दर्शन करें। आज ही अपनी यात्रा बुक करें!
    0 Comments 0 Shares 190 Views 0 Reviews
  • Cough Symptoms in Hindi

    https://www.nivabupa.com/disease-articles/cough-types-symptoms-home-remedies-in-hindi.html

    Cough symptoms in Hindi में खांसी के लक्षणों में गले में खराश, सीने में जकड़न, बलगम आना या सूखी खांसी, सांस लेने में तकलीफ, और थकान शामिल हैं। खांसी का कारण सर्दी, फ्लू, एलर्जी या संक्रमण हो सकता है। अगर खांसी लंबे समय तक बनी रहे या सांस लेने में समस्या हो, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।
    Cough Symptoms in Hindi https://www.nivabupa.com/disease-articles/cough-types-symptoms-home-remedies-in-hindi.html Cough symptoms in Hindi में खांसी के लक्षणों में गले में खराश, सीने में जकड़न, बलगम आना या सूखी खांसी, सांस लेने में तकलीफ, और थकान शामिल हैं। खांसी का कारण सर्दी, फ्लू, एलर्जी या संक्रमण हो सकता है। अगर खांसी लंबे समय तक बनी रहे या सांस लेने में समस्या हो, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।
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  • Thyroid Symptoms in Hindi

    https://www.nivabupa.com/disease-articles/thyroid-symptoms-and-management-in-hindi.html

    Thyroid symptoms in Hindi में थायरॉइड की समस्या के लक्षणों में वजन बढ़ना या घटना, थकान, मांसपेशियों में कमजोरी, बालों का झड़ना, अवसाद, ठंड लगना, याददाश्त में कमी, त्वचा का सूखापन, और दिल की धड़कन तेज या धीमी होना शामिल हैं। यह समस्या हाइपोथायरायडिज्म या हाइपरथायरायडिज्म के कारण हो सकती है, जिसे सही समय पर पहचानकर इलाज करना बेहद जरूरी है।
    Thyroid Symptoms in Hindi https://www.nivabupa.com/disease-articles/thyroid-symptoms-and-management-in-hindi.html Thyroid symptoms in Hindi में थायरॉइड की समस्या के लक्षणों में वजन बढ़ना या घटना, थकान, मांसपेशियों में कमजोरी, बालों का झड़ना, अवसाद, ठंड लगना, याददाश्त में कमी, त्वचा का सूखापन, और दिल की धड़कन तेज या धीमी होना शामिल हैं। यह समस्या हाइपोथायरायडिज्म या हाइपरथायरायडिज्म के कारण हो सकती है, जिसे सही समय पर पहचानकर इलाज करना बेहद जरूरी है।
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  • खून में इन्फेक्शन के लक्षण

    https://www.nivabupa.com/disease-articles/symptoms-of-blood-infection-in-hindi.html

    खून में इन्फेक्शन के लक्षण गंभीर और व्यापक हो सकते हैं। इसमें तेज बुखार, ठंड लगना, सांस लेने में दिक्कत, थकान, तेज़ हृदय गति, उलझन, निम्न रक्तचाप और त्वचा पर चकत्ते शामिल हो सकते हैं। सेप्सिस नामक स्थिति, जो खून में इन्फेक्शन के कारण होती है, जीवन के लिए खतरनाक हो सकती है। तुरंत चिकित्सा उपचार आवश्यक होता है ताकि संक्रमण को रोका जा सके और प्रभावी रूप से इलाज हो सके।
    खून में इन्फेक्शन के लक्षण https://www.nivabupa.com/disease-articles/symptoms-of-blood-infection-in-hindi.html खून में इन्फेक्शन के लक्षण गंभीर और व्यापक हो सकते हैं। इसमें तेज बुखार, ठंड लगना, सांस लेने में दिक्कत, थकान, तेज़ हृदय गति, उलझन, निम्न रक्तचाप और त्वचा पर चकत्ते शामिल हो सकते हैं। सेप्सिस नामक स्थिति, जो खून में इन्फेक्शन के कारण होती है, जीवन के लिए खतरनाक हो सकती है। तुरंत चिकित्सा उपचार आवश्यक होता है ताकि संक्रमण को रोका जा सके और प्रभावी रूप से इलाज हो सके।
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  • आई फ्लू से बचाव के तरीके

    https://www.nivabupa.com/disease-articles/ways-to-prevent-eye-flu-in-hindi.html

    आई फ्लू से बचाव के तरीके अपनाकर आप इस संक्रमण से सुरक्षित रह सकते हैं। इसमें आंखों को साफ और सुरक्षित रखना, संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखना, हाथों को नियमित रूप से धोना, गंदे हाथों से आंखों को न छूना, और संक्रमित व्यक्ति के तौलिया या रूमाल का इस्तेमाल न करना शामिल है। उचित देखभाल और स्वच्छता से आई फ्लू से बचाव किया जा सकता है।
    आई फ्लू से बचाव के तरीके https://www.nivabupa.com/disease-articles/ways-to-prevent-eye-flu-in-hindi.html आई फ्लू से बचाव के तरीके अपनाकर आप इस संक्रमण से सुरक्षित रह सकते हैं। इसमें आंखों को साफ और सुरक्षित रखना, संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखना, हाथों को नियमित रूप से धोना, गंदे हाथों से आंखों को न छूना, और संक्रमित व्यक्ति के तौलिया या रूमाल का इस्तेमाल न करना शामिल है। उचित देखभाल और स्वच्छता से आई फ्लू से बचाव किया जा सकता है।
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