Bhagavad Gita Part 94: क्या केवल शरीर द्वारा प्राप्त सुख ही परम सुख देता है? श्री कृष्ण ने दिया ये जवाब।
Bhagavad Gita: भगवद्गीता के पिछले लेख में आपने पढ़ा कि, वे जिनका मन समदृष्टि में स्थित हो जाता है, वे इसी जीवन में जन्म और मरण के चक्र से मुक्ति पा लेते हैं। विस्तार Bhagavad Gita: भगवद्गीता के पिछले लेख में आपने पढ़ा कि, वे जिनका मन समदृष्टि में स्थित हो जाता है, वे इसी जीवन में जन्म और मरण के चक्र से मुक्ति पा लेते हैं। न प्रहृष्येत्प्रियं प्राप्य नोद्विजेत्प्राप्य चाप्रियम्,...
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